बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन Nishtha FLN

Buniyadi Saksharta aur Sankhya Gyan Nishtha FLN SANKHYA GYAN MISSION

निपुण भारत कार्यक्रम के निष्ठा 3.0 मैं सभी शिक्षकों को कुल मिलाकर 12 कोर्स पूर्ण करना है। ये सभी कोर्स ऑनलाइन मोड में किए जाएंगे। आज की पोस्ट मे इस कोर्स की रूपरेखा और इसके प्रमुख बिंदु बताए जा रहे हैं।

मित्रों, जैसा कि आप जानते हैं लाक डाउन के समय से सभी प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक दीक्षा ऐप के माध्यम से विभिन्न कोर्स पूर्ण कर चुके हैं। इसी कड़ी में निष्ठा एफएलएन बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का यह पाठ्यक्रम 2024 में पूर्ण करना है। इस कोर्स में जिन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई है जिसमें से आपको प्रश्नोत्तरी में प्रश्न आएंगे। अगर आप इस कोर्स के सभी बिंदुओं को अच्छे से समझ लेते हैं तो आप प्रश्नोत्तरी को सरलता से हल कर सकते हैं।

Buniyadi saksharta aur sankhya Gyan basic mathematics

निष्ठा एफएलएन बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन के उद्देश्य

is course ke Pramukh uddeshy nimnanusar hai

शिक्षा के आधार के रूप में प्रारंभिक बाल्य देखभाल और शिक्षा (ECCE) की आवश्यकता और महत्व की जानकारी

बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन की लक्ष्य को समझना

FLN मिशन क्या है और एफएलएन मिशन की आवश्यकता को पहचानना

शिक्षार्थी एफएलएन के लक्ष्य और उनके उद्देश्यों को जान पाएंगे

शिक्षार्थी विभिन्न हितधारकों की भूमिका और उनकी जवाबदारी को समझ पाएंगे

इस कोर्स की प्रमुख जानकारियों को जल्दी ही अपडेट किया जाएगा। इसके बाद आप निश्चिंत होकर इसे पूर्ण करने में सक्षम हो सकते हैं।

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बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन के प्रमुख प्रश्नोत्तर

ECCE मुख्य रूप से एकीकृत बाल विकास सेवाओं या आईसीडीएस केंद्रों के माध्यम से प्रदान किया जाता है, जिन्हें आंगनवाड़ी के रुप में जाना जाता है।

NCERT राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को FLN मिशन के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए पाठ्यचर्या और शिक्षा शास्त्रीय ढांचा प्रदान करेगा।

राष्ट्रीय बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन (FLN MISSION) यह सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है कि हमारे बच्चे कक्षा तीसरी तक अर्थ के साथ पठन कौशल और बुनियादी संख्यात्मक कौशल प्राप्त करें।

भावी स्कूली शिक्षा और आजीवन सीखने के लिए पढ़ और लिख पाना और संख्याओं की बुनियादी समझ, जीवन के लिए आवश्यक आधार है। (NEP 2020)

सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ऑफ एजुकेशन) प्राथमिक स्तर पर उत्कृष्ट शिक्षकों के एक पूल की पहचान करेगा जो, सरकारी प्राथमिक शिक्षकों का मार्गदर्शन कर सकता है और प्राथमिक स्तर पर शिक्षकों का समर्थन करने के लिए ई सामग्री भी विकसित कर सकता है, जिसमें पाठ योजनाएं, नवीन शिक्षा शास्त्र का उपयोग आदि शामिल है।

FLN मिशन के दिशा निर्देश भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने दिए हैं।

नवीन शिक्षा नीति (NEP 2020) द्वारा प्रस्तावित नई 5 + 3 + 3 + 4 संरचना में, 3 वर्ष की आयु से ECCE को एक मजबूत आधारशिला के रुप में शमिल किया है, जिसका उद्देश्य बेहतर समग्र शिक्षा, विकास और कल्याण को बढ़ावा देना है।

अरे सभी हितधारकों को जैसे शिक्षकों, अभिभावकों, छात्रों और समुदाय को जीवन पर्यंत चलने वाले अधिगम में शामिल करें।

एफ एल एन मिशन एक राष्ट्रीय पहल है।

NEP 2020 के अनुसार मध्यान भोजन (मिड डे मील कार्यक्रम) प्रारंभिक कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों को भी विस्तारित किया जाएगा। यहां प्रारंभिक कक्षा का अर्थ कक्षा एक से पहले की कक्षाएं है।

बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लिए संदर्भ व्यक्तियों का क्षमता वर्धन और संदर्भ सामग्री विकसित करना सरकार के साथ-साथ NGO की भी जिम्मेदारी है।

Prarambhik balyavastha dekhbhal aur Shiksha pathykram ki Yojana aur karyanvan ka karya, Shiksha mantralay, mahila aur Bal Vikas mantralay (WCD), swasthya aur Parivar Kalyan mantralay (HFW), aur janjatiy mamalon ke mantralay dwara sanyukt rup se Kiya jaega. 

National Education Policy (NEP) में यह परिकल्पना की गई है कि 5 वर्ष की आयु से पहले प्रत्येक बच्चा एक प्रारंभिक कक्षा या बालवाटिका में जायेगा, जिसमें एक ECCE को पढ़ने वाला योग्य शिक्षक होगा। यहां बालवाटिका का अर्थ कक्षा एक से पहले की एक कक्षा है।

केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS) स्कूलों को मिशन मोड में कक्षा 5 तक सभी छात्रों द्वारा बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान (SANKHYATNAKTA) प्राप्त करने के लिए मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा।

बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का विचार यह है कि प्रत्येक बच्चा ग्रेड 3 के अंत तक और ग्रेड 4 के पहले पढ़ने, लिखने और गणित में वांछित सीखने की क्षमता प्राप्त कर ले।

राष्ट्रीय बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का गठन शिक्षा मंत्रालय के द्वारा होगा।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि वर्तमान में प्राथमिक स्तर पर अनुमानित रूप से 5 करोड़ से अधिक छात्र बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान का कौशल हासिल नहीं कर पाए हैं। इस बात से सहमत है तथा एफ एल एन को मजबूत करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।

किसी भी बच्चे के जीवन काल में प्रारंभिक वर्ष बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं, क्योंकि इस समय बिकास की दर किसी अन्य चरण की तुलना में अधिक तीव्र होती है।

मिशन मोड में 2025_26 तक बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की महत्वपूर्ण भूमिका है।

स्कूली शिक्षा विभाग कक्षा एक से पांच के लिए छात्र जुड़ाव, प्रतिधारण और शैक्षिक उपलब्धि के लिए सीखने के परिणाम गुणवत्ता माप ऐप विकसित करेगा।

ECCE का पूरा नाम बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा (EARLY CHILDHOOD CARE AND EDUCATION) है।

बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान मिशन का उद्देश्य स्कूली शिक्षा के बुनियादी स्तर में भाषा और गणित कौशल का निर्माण करना है।

RAJYON AUR KENDRA SHASIT PRADESHON KI बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान के संदर्भ में लक्ष्य की प्राप्ति के लिए योजना बनाना और उसे क्रियान्वित करना है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं अथवा शिक्षकों का ECCE प्रशिक्षण स्कूल शिक्षा विभाग के क्लस्टर संसाधन केंद्रों द्वारा मेंटर होगा।

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